नई दिल्ली। पहलगाम हमले के बाद से ही पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ मुखर और ऑपरेशन सिंदूर पर दुनिया के सामने भारत का पक्ष रखने वाले शशि थरूर ने कांग्रेस की लाइन पर लोकसभा में बोलने से इनकार कर दिया।जाहिर कांग्रेस ने भी उन्होंने पार्टी के वक्ताओं की सूची से बाहर कर दिया। ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा शुरू होने के पहले संसद भवन में पहुंचे शशि थरूर ने इस मामले में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।
अपनी पार्टी के निशाने पर आए थरूर
दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सबसे मुखर वक्ता के रूप में उभरे शशि थरूर के लोकसभा में बोलने को लेकर कयास लगाए जा रहे थे। इस मुद्दे पर मोदी सरकार का खुलकर समर्थन करने के लिए वे पार्टी के ही कई नेताओं पर निशाने पर आ गए थे।वहीं कांग्रेस ऑपरेशन सिंदूर में सेना को खुली समर्थन के बावजूद सरकार पर हमलावर रही है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की ओर से शशि थरूर को लोकसभा में पार्टी लाइन पर बोलने के लिए कहा गया, जिसके तहत ऑपरेशन सिंदूर को लेकर उन्हें सरकार पर हमला करना था।
थरूर ने दुनिया को बताया ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बारे में
लेकिन शशि थरूर ने साफ किया कि वे पूरी दुनिया में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बारे में खुलकर बोलते आए हैं। ऐसे में अचानक उसके खिलाफ बोलना उचित नहीं होगा। इसके बाद कांग्रेस ने वक्ताओं की सूची से उनका नाम हटा दिया।