समाचार मंच प्रतिनिधि
दिवंगत पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने राजनीति में उतरने का फैसला करते हुए 2027 में होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव में मानसा सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की है। बलकौर का कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने की संभावना है। उनका कहना है कि यह कदम उन्होंने अपने बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए उठाया है। बलकौर सिंह ने आरोप लगाया कि पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ रही है।
बलकौर सिंह ने यह घोषणा सिद्धू मूसेवाला की तीसरी बरसी से पहले की है। उन्होंने कांग्रेस की ओर से आयोजित ‘संविधान बचाओ रैली’ के दौरान मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उनका राजनीतिक मैदान में उतरना उनके बेटे की हत्या के लिए न्याय की लड़ाई को मजबूती देगा।
बलकौर सिंह और उनकी पत्नी चरण कौर हाल ही में आईवीएफ तकनीक से एक बार फिर माता-पिता बने हैं और इस समय वे अपने नवजात बच्चे की देखभाल में व्यस्त हैं। उनके चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ लोग उनके इस फैसले का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ लोग उन्हें बेटे की लोकप्रियता का राजनीतिक लाभ उठाने का प्रयास बता रहे हैं।
बी गायक सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने राजनीति में उतरने का फैसला करते हुए 2027 में होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव में मानसा सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की है। बलकौर का कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने की संभावना है। उनका कहना है कि यह कदम उन्होंने अपने बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए उठाया है। बलकौर सिंह ने आरोप लगाया कि पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ रही है।
बलकौर सिंह ने यह घोषणा सिद्धू मूसेवाला की तीसरी बरसी से पहले की है। उन्होंने कांग्रेस की ओर से आयोजित ‘संविधान बचाओ रैली’ के दौरान मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उनका राजनीतिक मैदान में उतरना उनके बेटे की हत्या के लिए न्याय की लड़ाई को मजबूती देगा।
बलकौर सिंह और उनकी पत्नी चरण कौर हाल ही में आईवीएफ तकनीक से एक बार फिर माता-पिता बने हैं और इस समय वे अपने नवजात बच्चे की देखभाल में व्यस्त हैं। उनके चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ लोग उनके इस फैसले का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ लोग उन्हें बेटे की लोकप्रियता का राजनीतिक लाभ उठाने का प्रयास बता रहे हैं।