तेजी से बदलती जीवनशैली, खानपान की बदलाव, और कामकाजी तनाव के कारण देश में हाई ब्लड प्रेशर यानी हाइपरटेंशन के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक विभिन्न आयु वर्ग के लोगों में हाइपरटेंशन की समस्या देखी जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि यह समस्या खासतौर से शहरी युवाओं और मध्यम वर्ग में ज्यादा आम हो गई है। लोग पर्याप्त शारीरिक गतिविधि न करने, जंक फूड और अनियमित जीवनशैली के कारण इस बीमारी के शिकार हो रहे हैं। सरकार के स्वास्थ विभाग ने जागरूकता अभियान तेज़ कर दिए हैं, जिसमें लोगों को नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और तनावमुक्त जीवन की सलाह दी जा रही है। देश के प्रमुख अस्पतालों में मुफ्त जांच शिविर भी लगाए जा रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, हाइपरटेंशन समय पर नियंत्रित न करने पर हृदय संबंधी अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। आम जनता से अपील की गई है कि वे अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें और नियमित जांच करवाते रहें। परिवार और कार्यस्थल पर पर्यावरण को स्वस्थ रखने की आवश्यकता भी बताई जा रही है, जिससे हाइपरटेंशन जैसे रोग की चुनौती का समाधान ढूंढा जा सके।
देश में तेजी से बढ़ रहे हैं बीपी के मामले
