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उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक मोस्ट वांटेड अपराधी को पकड़ने गई पुलिस टीम पर स्थानीय भीड़ ने हमला कर दिया, जिसमें गोलीबारी के दौरान एक सिपाही की मौत हो गई। मसूरी थाने के नाहल गांव में वांछित कादिर को पकड़ने गई नोएडा और मसूरी पुलिस की टीम पर ग्रामीणों ने पथराव और फायरिंग कर दी। गौतमबुद्धनगर के थाना फेस-3 में तैनात एक सिपाही सौरभ देशवाल को गोली लग गई, पुलिस टीम उसे यशोदा अस्पताल लेकर पहुंची, यहां सिपाही को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सौरभ के सिर में बदमाशों की गोली लगी थी, मूल रूप से शामली निवासी सौरभ की मौत की सूचना पर नोएडा पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह गाजियाबाद पहुंची और स्थिति का जायजा लिया।
पुलिस ने बताया कि भीड़ के विरोध और फायरिंग से स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जिससे पुलिस ऑपरेशन में बाधा उत्पन्न हुई। प्रशासन ने मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और अपराधियों की तलाश जारी है। इस घटना ने स्थानीय निवासियों में असुरक्षा की भावना को भी जन्म दिया है। यह घटना पुलिस की अपराध नियंत्रण रणनीतियों और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाती है। पुलिस और प्रशासन को चाहिए कि वे इस मामले की गहन जांच करें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
बता दें कि रविवार की देर शाम नोएडा की क्राइम ब्रांच और फेस तृतीय थाना पुलिस मसूरी के नहाल गांव में बदमाश कादिर उर्फ मंटर को पकड़ने के लिए दबिश दी थी। टीम ने कादिर को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया था। इसी बीच कादिर के साथियों और परिजनों ने पुलिस टीम पर फायरिंग और पथराव कर दिया। फायरिंग में सिपाही सौरभ देशवाल सिर में गोली लग गई।