
असम के मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई इन दिनों आमने-सामने है. दोनों के बीच का विवाद कानूनी लड़ाई तक पहुंच गया है. पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न पर पाकिस्तानी कनेक्शन के आरोप में गौरव गोगोई कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं. गोगोई ने शुक्रवार को असम के सीएम और बीजेपी पर उन्हें और उनके परिवार को बदनाम करने का आरोप लगाया था और कहा था कि वह उचित कानूनी कदम उठाएंगे.
असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के कानूनी कदम उठाने की योजना का स्वागत किया है. उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार भी कानूनी कार्यवाही शुरू कर रही है. वहीं, इस बीच कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर लंबा चौड़ा पोस्ट कर बीजेपी और हिमंत बिस्व सरमा पर निशाना साधा है. जयराम रमेश ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री और भाजपा ने मेरे सहयोगी गौरव गोगोई के खिलाफ घृणित बदनामी अभियान शुरू कर दिया है. यह चरित्र हनन का सबसे घटिया रूप है. इसके खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह बदनामी अभियान इसलिए चलाया जा रहा है क्योंकि गौरव गोगोई ने जून 2024 में जोरहाट लोकसभा सीट जीती, बावजूद इसके कि असम के मुख्यमंत्री और अन्य मंत्री जोरहाट में डेरा डालकर उनके खिलाफ प्रचार कर रहे थे. इसके अलावा, जोरहाट के सांसद असम के मुख्यमंत्री के खुले भ्रष्टाचार और काले कारनामों को उजागर करने में सबसे आगे रहे हैं.
असम के CM बदनामी, गलत बयानी में माहिर- कांग्रेस
जयराम रमेश ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री, अपने दिल्ली वाले सर्वोच्च नेता की तरह, बदनामी, गलत बयानी, और ध्यान भटकाने की राजनीति में माहिर हैं. वे असम के लोगों का ध्यान अपनी नाकामियों और झूठे दावों से हटाने की नाकामयाब कोशिश कर रहे हैं. लेकिन आज से करीब बारह महीने बाद असम की जनता उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री बना देगी और उनकी पार्टी को विपक्ष में बैठने के लिए मजबूर कर देगी.
असम के सीएम ने आरोपों को दोहराया
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 13 फरवरी को अपने आरोप को दोहराते हुए एक्स पर लिखा था, 2015 में भारत में पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने पहली बार बने सांसद (गौरव गोगोई) और उनके स्टार्टअप, पॉलिसी फॉर यूथ को नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में भारत-पाकिस्तान संबंधों पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया था. दरअसल, उस समय गौरव विदेशी मामलों की संसदीय समिति तक के सदस्य नहीं थे. इसलिए उनके पाकिस्तानी उच्चायोग जाने की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं.
कौन हैं एलिजाबेथ कोलबर्न गोगोई?
ब्रिटेन में जन्मी एलिजाबेथ कोलबर्न से गौरव गोगोई की मुलाकात 2010 में हुई थी जब वे दोनों संयुक्त राष्ट्र सचिवालय की एक समिति में एक साथ इंटर्नशिप कर रहे थे. एलिजाबेथ का परिवार लंदन में बसा है. तीन साल बाद यानी 2013 में गौरव गोगोई ने नई दिल्ली में एलिजाबेथ से शादी कर ली. जानकारी के अनुसार एलिजाबेथ ने मार्च 2011 से जनवरी 2015 तक सीडीकेएन (क्लाइमेट डेवलपमेंट एंड नॉलेज नेटवर्क) के साथ काम किया था. सीडीकेएन की वेबसाइट के अनुसार यह संस्था गरीब और जलवायु परिवर्तन के प्रति सबसे सबसे अधिक संवेदनशील लोगों के जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने की दिशा में काम करती है.
भारत-पाक-नेपाल में काम कर चुकी हैं एलिजाबेथ
एलिजाबेथ इस संस्था के लिए भारत-पाकिस्तान और नेपाल में काम कर चुकी हैं. जलवायु परिवर्तन से जुड़े उनके कई लेख सीडीकेएन की वेबसाइट पर अब मौजूद है. एलिजाबेथ ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से स्नातक की पढ़ाई की है. वह इस समय ऑक्सफोर्ड पॉलिसी मैनेजमेंट से जुड़ी हुई हैं, जो जलवायु परिवर्तन से जुड़े मुद्दों से निपटने के लिए काम करती है. सांसद गौरव गोगोई ने 2024 के आम चुनाव में जो हलफनामा दाखिल किया था उसमें पत्नी के काम की जानकारी के तौर पर उन्हें ऑक्सफोर्ड पॉलिसी मैनेजमेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में वरिष्ठ सलाहकार बताया गया है.