दरोगा की पट्टे से पिटाई 50 हजार की वसूली और फिर फांसी जीत की हत्या का जिम्मेदार कौन?

कानपुर: घाटमपुर तहसील के सजेती थानाक्षेत्र के एक गांव में पति-पत्नी के झगड़े की शिकायत पुलिस के पास पहुंची तो दरोगा और हेड कॉन्स्टेबल ने आरोपित पति को चौकी बुलाकर जमकर पीटा। आरोप है कि पट्टे की पिटाई से उसके शरीर पर निशान बन गए। छोड़ने के एवज में 50 हजार रुपये मांगे गए। पिटाई से आहत शख्स ने घर पहुंचकर फांसी लगाकर जान दे दी। घटना की सूचना पर पहुंची विधायक सरोज कुरील की नाराजगी के बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे। डीसीपी साउथ ने बताया कि आरोपित दारोगा और हेड कॉन्स्टेबल को निलंबित कर एफआईआर दर्ज की गई है।

कोटरा गांव के जीत कुमार निषाद का अक्सर पत्नी सुमन से झगड़ा होता था। बीती 4 जून को फिर विवाद हुआ। इसके बाद सुमन तीनों बेटियों को लेकर अकबरपुर बीरबल के प्रधान और अपने पति रामकिशोर के यहां चली गई। सुमन ने पति की शिकायत पुलिस सहायता केंद्र के प्रभारी दरोगा गौरव सौलिया से की। गौरव ने 4 जून को ही जीत को चौकी बुलाया।आरोप है कि यहां दरोगा गौरव और हेड कॉन्स्टेबल रवि ने जीत को छोड़ने के एवज में 50 हजार रुपये मांगे।

]इनकार पर उसे बेरहमी से पीटा गया। पट्टा भी चलाया गया। जीत ने 20 हजार रुपये मंगाकर दिए। 30 हजार रुपये वापस देने के वादे पर उसे 5 जून की सुबह छोड़ा गया। इस बीच रुपयों का इंतजाम न कर पाने और आत्मग्लानि में सोमवार रात जीत ने घर में फांसी लगाकर जान दे दी।सूचना पर पहुंची पुलिस को परिजनों ने शव उठवाने नहीं दिया। इसके बाद घाटमपुर विधायक सरोज कुरील मौके पर पहुंचीं। विधायक ने पुलिस को जमकर खरी-खोटी सुनाई। इसके बाद देर रात डीसीपी मौके पर पहुंचे। काफी समझाने के बावजूद विधायक अड़ी रहीं। इसके बाद दरोगा और हेड कॉन्स्टेबल को निलंबित कर दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *