समय से पहले मॉनसून दस्तक और सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना

भारत में 2025 का दक्षिण-पश्चिम मानसून समय से पहले दस्तक दे चुका है, जिससे देशभर में किसानों और आम जनता के बीच उम्मीदों की लहर दौड़ गई है।भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, इस वर्ष मानसून ने 24 मई को केरल में प्रवेश किया, जो सामान्य तिथि 1 जून से आठ दिन पहले है। यह 16 वर्षों में सबसे जल्दी शुरुआत है। इसके बाद मानसून ने महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भी समय से पहले दस्तक दी है। मुंबई में मानसून के अगले तीन दिनों में पहुंचने की संभावना है, जो अब तक की सबसे जल्दी शुरुआत हो सकती है

IMD के दीर्घकालिक पूर्वानुमान के अनुसार, 2025 में देशभर में मानसून की वर्षा सामान्य से अधिक, यानी दीर्घकालिक औसत (LPA) का 105% रहने की संभावना है, जिसमें 5% की त्रुटि सीमा है। यह लगातार दूसरा वर्ष होगा जब देश में सामान्य से अधिक वर्षा होगी। El Niño की अनुपस्थिति और सकारात्मक भारतीय महासागर डाइपोल जैसी स्थितियाँ इस वर्षा को समर्थन दे रही हैं। उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में मानसून के जून के पहले सप्ताह में पहुंचने की संभावना है, जिससे खरीफ फसलों की बुवाई समय पर हो सकेगी।

राजस्थान में नौतपा” की शुरुआत बारिश और ओलावृष्टि के साथ हुई, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई। यह संकेत है कि मानसून इस बार राजस्थान में भी समय से पहले पहुंच सकता है। पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत  क्षेत्रों में सामान्य से कम वर्षा की संभावना है, जिससे जल प्रबंधन और कृषि योजनाओं पर प्रभाव पड़ सकता है।समय से पहले और सामान्य से अधिक मानसून की शुरुआत किसानों के लिए शुभ संकेत है। यह खरीफ फसलों की बुवाई समय पर करने में मदद करेगा और जल स्रोतों की पुनःपूर्ति सुनिश्चित करेगा। इसके अलावा, अच्छी वर्षा से खाद्य मुद्रास्फीति पर नियंत्रण रखने में भी सहायता मिलेगी।लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों में अगले कुछ दिनों में तापमान 36°C से 43°C के बीच रहने की संभावना है, जबकि 29 मई को एक जोरदार तूफान की भविष्यवाणी की गई है, जो मानसून की निकटता का संकेत है।

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