अजय कुमार,लखनऊ
उत्तर प्रदेश में होली के पर्व पर रंग से परहेज करने वालों के लिये संभल के सीईओ अनुज चौधरी के बयानों को लेकर सियासी माहौल गरमा गया है. समाजवादी पार्टी ने उनके बयान को असंसदीय भाषा करार दिया है. सपा का आरोप है कि अनुज चौधरी बीजेपी कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं. उन्होंने अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठाया.समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता शर्वेंद्र विक्रम सिंह ने उनके बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अधिकारियों को बीजेपी के एजेंट की तरह काम नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी मुख्यमंत्री की खुशामद करने के लिए उनकी बातों की नकल कर रहे हैं। जो लोग ऐसे बयान देते हैं और खुलकर अपना पक्षपात दिखाते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। यह निंदनीय है, और अधिकारियों को बीजेपी के एजेंट की तरह काम नहीं करना चाहिए।
वैसे बता दें सीईओ अनुज चौधरी ने रंग से परहेज करने वालों के साथ रंग खेलने वालों को भी हिदायत दी थी कि अगर कोई रंग नहीं लगाना चाहता है, तो उसे मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। प्रशासन की शांति बनाए रखने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए, उन्होंने चेतावनी दी कि सांप्रदायिक सद्भाव को भंग करने के किसी भी प्रयास से सख्ती से निपटा जाएगा। फिर भी समाजवादी पार्टी की तरह उत्तर प्रदेश कांग्रेस मीडिया कमेटी के उपाध्यक्ष मनीष हिंदवी ने कहा कि कोई भी अधिकारी, चाहे वह कोई भी हो, धर्मनिरपेक्ष होना चाहिए, तभी इस देश में शासन ठीक से चल सकता है। अन्यथा, यह अराजकता की ओर ले जाएगा। उन्होंने कहा यह कहना कि होली साल में एक बार आती है जबकि जुमे की नमाज 52 बार होती है और रंग पसंद न करने वालों को घर के अंदर रहना चाहिए, एक राजनीतिक बयान है।
हिंदवी ने आगे कहा, एक अधिकारी होने के नाते, कोई भी इस तरह के बयान नहीं दे सकता। कल वे कह सकते हैं कि वे केवल हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे, मुसलमानों की नहीं। इस पुलिस अधिकारी द्वारा दिया गया बयान बेहद निंदनीय है। मेरा मानना है कि उनके खिलाफ अधिकारियों की आचार संहिता के अनुसार कार्रवाई की जानी चाहिए।
राजनैतिक दल भले कुछ कह रहे हों लेकिन मुस्लिम धर्मगुरूओं को सीईओ के बयान में ज्यादा कुछ आपत्तिजनक नहीं नजर आ रहा है। मरकज़ी चांद कमेटी फरंगी महल के सदर और शाही इमाम लखनऊ मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली काज़ी-ए-शहर ने भी अपनी कौंम के लोगों से अपील की है कि रंग के दौरान वह जरूरी होने पर ही बाहर निकलें।