काशी में मोदी ने चेताया भारत पर हमला करने वाला पाताल में भी नहीं बचेगा

2 अगस्त 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के 51वें दौरे पर पहुंचे। बनौली में आयोजित जनसभा में उन्होंने 2,183.45 करोड़ रुपये की 52 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जिक्र करते हुए देशवासियों का मनोबल बढ़ाया। उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दाेष लोगों की हत्या ने उन्हें व्यथित कर दिया था। उस दुख को याद करते हुए उन्होंने बाबा विश्वनाथ से पीड़ित परिवारों को शक्ति देने की प्रार्थना की थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी बेटियों के सिंदूर का बदला लेने का वचन पूरा हुआ है, और यह बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से संभव हुआ। इस बयान ने जनसभा में मौजूद लोगों में जोश भर दिया।
मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर विपक्ष, खासकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी, पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन ने पूरी दुनिया को संदेश दे दिया कि भारत पर हमला करने वाला पाताल में भी नहीं बचेगा। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोग इस सफलता को पचा नहीं पा रहे और इसे तमाशा बता रहे हैं। उन्होंने जनता से सवाल किया कि क्या सिंदूर कभी तमाशा हो सकता है। इस बयान से जनता में गर्व की भावना जगी, और उन्होंने तालियों से उनका समर्थन किया।
प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार के कार्यों का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि 55 करोड़ लोगों के बैंक खाते खोले गए, जिनमें से कई लोग पहले कभी बैंक नहीं गए थे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने भ्रष्टाचार और बिचौलियों को खत्म कर सीधे लाभार्थियों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाया। पीएम किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त के रूप में 9.7 करोड़ किसानों के लिए 20,500 करोड़ रुपये जारी किए गए। उन्होंने इसे एक स्थायी व्यवस्था बताया, जिसमें कोई रिसाव या भ्रष्टाचार नहीं है।
उत्तर प्रदेश के विकास पर बोलते हुए मोदी ने पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के शासन में अपराधी बेखौफ थे और निवेशक डरते थे, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अपराधियों में कानून का डर है और निवेशक उत्तर प्रदेश में भविष्य देख रहे हैं। उन्होंने वाराणसी के विकास को काशी की प्रगति का प्रतीक बताया, जिसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, और बुनियादी ढांचे पर ध्यान दिया जा रहा है।
मोदी ने भोजपुरी में अपने भाषण की शुरुआत की, जिससे काशीवासियों के साथ उनका भावनात्मक जुड़ाव और गहरा हुआ। उन्होंने कहा कि काशी का विकास उनकी प्राथमिकता है और यह शहर देश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का केंद्र है। जनसभा में मौजूद लोग उनके हर बयान पर उत्साह के साथ प्रतिक्रिया दे रहे थे।

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